तिब्बती पंचांग के अनुसार साल के पांचवें महीने की 14 से 16 तारीख तक यानी जुलाई की 11 से 13 तारीख तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रिफैक्चर में स्थित जाशलुम्बु मठ में बुद्ध चित्र का प्रदर्शन दिवस मनाया गया। इस दौरान मठ में क्रमशः अमिताभ बुद्ध, भविष्य के बुद्ध यानी मैत्रय बुद्ध और वर्तमान बुद्ध यानी शाक्यमुनी तीन कालों में बुद्ध के थांगखा चित्रों का प्रदर्शन किया गया। 13 जुलाई को एक बड़े आकार वाले मैत्रय बुद्ध का त्वेशो थांगखा चित्र दर्शाया गया, जिसका कुल क्षेत्रफल एक हज़ार से अधिक वर्गमीटर है, जिसे बनाने में लगभग छह महीने लगे। यह इस विशाल थांगखा चित्र का पहला प्रदर्शन है। ज्ञात है कि त्वेशो थांगखा रंगीन कपड़े के टुकड़ों से कैनवस पर चिपके हुए थांगखा चित्र हैं।
यहां बता दें कि बुद्ध चित्र प्रदर्शन दिवस जाशलुम्बु मठ में वार्षिक धार्मिक सभा भी है, इसमें सूत्र पढ़ना, प्रार्थना करना, बारिश मांगना जैसे विषय शामिल हैं, इस दिवस को मनाए जाने का इतिहास 5 सौ से अधिक साल पुराना है।
(श्याओ थांग)