सूत्रों के अनुसार 10 जूलाई को तिब्बत ने पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण संबंधी अहम कार्यवाहियों में से एक के रूप में वनप्रदेश व जंगल, आर्द्रभूमि, वनस्पति रेतीले क्षेत्र, प्रजाति संबंधी चार पारिस्थितिक लाल रेखा खींची है।
परिचय के अनुसार चार पारिस्थितिक लाल रेखा खींचने का उद्देश्य तिब्बत की पारिस्थितिक सुरक्षा, रहने वाले पर्यावरण और जैव विविधता की सुरक्षा की गारंटी करना है।
तिब्बत वन ब्यूरो के मुताबिक इन चार पारिस्थितिक लाल रेखाओं में शामिल हैः वनप्रदेश का क्षेत्रफल 1 करोड़ 74 लाख हैक्टेयर बनाना, जंगलों का क्षेत्रफल 1 करोड़ 47 लाख हैक्टेयर बनाना और आर्द्रभूमि का क्षेत्रफल 65 लाख हैक्टेयर बनाना, कम से कम 3 लाख हेक्टेयर वाले रेतीले क्षेत्रों में वनस्पतियों की बहाली करना। इसके साथ ही विभिन्न स्तरीय प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्रों में विकास वर्जित होगा, ताकि लुप्तप्राय जंगली जानवरों की हर तरह से सुरक्षा की जा सके।
(रूपा)