तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के चिकित्सा ब्यूरो से मिले समाचार के अनुसार तिब्बती दवा और चिकित्सा, शिक्षा, विज्ञान और अध्ययन में सतत विकास के साथ साथ वर्ष 2020 तक तिब्बत के 95 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रों और 100 प्रतिशत गांवों और कस्बा स्तरीय अस्पतालों में तिब्बती चिकित्सा क्लिनिकों और तिब्बती दवा दुकानों की स्थापना होगी। साथ ही 75 प्रतिशत से अधिक गांव स्तरीय क्लिनिक तिब्बती चिकित्सा सेवा देने में सक्षम होंगे।
गौरतलब है कि तिब्बती चिकित्सा और दवा का इतिहास 2300 से अधिक वर्ष प्राचीन है। जिसकी संपूर्ण सैद्धांतिक प्रणाली और समृद्ध क्लीनिकल अनुभव है। वह अभी तक चीन में सबसे संपूर्ण और सबसे प्रभावित जातीय चिकित्सा व्यवस्था है। तिब्बती चिकित्सा चीनी परंपरागत चिकित्सा, पुरातन भारतीय चिकित्सा और पुरातन अरबी चिकित्सा के साथ विश्वभर में चार महान परंपरागत चिकित्सा माना जाता है। अब वह संयुक्तराष्ट्र संघ में मानव गैर भौतिक सांस्कृतिक विरासतों में शामिल होने की प्रतीक्षा में है।
चंद्रिमा