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"तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति की 65वीं वर्षगांठ"न्यूज़ सैलून 5 अप्रैल को पेइचिंग में आयोजित हुआ। चीनी तिब्बती विद्या अनुसंधान केंद्र के आधूनिक विभाग के प्रदान ल्यान श्यांगमिन और इस केंद्र के सामाजिक आर्थिक अनुसंधान विभाग की शोधकर्ता केल्सांग च्वोमा ने सैलून में उपस्थित देसी-विदेशी पत्रकारों के साथ गहन रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया।
ल्यान श्यांगमिन ने तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से लेकर पिछले 65 सालों में आर्थिक और सामाजिक जगतों में प्राप्त परिवर्तनों से अवगत करवाया। न्यूज़ सैलून में केल्सांग च्वोमा ने कहा कि शांतिपूर्ण मुक्ति पाने के बाद तिब्बत में न केवल आर्थिक क्षेत्र में बल्कि शैक्षिक जगत में भी भारी परिवर्तन आया है। देश भर में 15 वर्षों के अनिवार्य शिक्षा व्यवस्था लागू करने वाले पहले प्रांत के रूप में तिब्बती लोगों के शिक्षा पाने का औसत समय 8.8 साल हो चुके हैं। वर्तमान में तिब्बत में निरक्षरता दर 1 प्रतिशत से कम हो गई है। जाहिर है कि तिब्बत में शैक्षिक स्तर बड़े हद तक उन्नत हुई है।
(श्याओ थांग)