Web  hindi.cri.cn
नेपाल भूकंप : मरने वालों की संख्या बढ़कर 2500 के पार पहुंची
2015-04-27 16:31:55 cri

रविवार को नेपाल में 8.1 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप का दूसरा दिन था। उसी दिन दोपहर बाद 7.1 तीव्रता वाला झटका महसूस हुआ। नेपाली गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 26 अप्रैल की रात तक भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2500 के पार पहुंच गई और अन्य 5900 से अधिक लोग घायल हुए। उसी दिन चीन और युरोप से आए अंतरराष्ट्रीय राहत दल काठमांडू पहुंचे।

भूकंप के बाद नेपाल ने देश भर में सेना, पुलिस और सशस्त्र बल राहत कार्य के लिए बुलाया। लेकिन घटनास्थल की स्थिति सिमित होने के कारण राहतकर्मियों को मात्र हाथों से ही खुदाई करनी पड़ी। नेपाल सरकार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता की गुहार लगायी। बताया जाता है कि वर्तमान में चीन, भारत, अमेरिक, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और जापान समेत कई देशों ने नेपाल में अपने राहत कार्यदल भेजे या सहायता राहत सामग्री भेजने का वचन दिया। 26 अप्रैल को काठमांडू में बारिश शुरू हुई। मौसम विभाग के मुताबिक भूकंपग्रस्त क्षेत्र में कई दिनों तक बारिश जारी रहेगी। इससे राहत कार्य करने और समस्या पैदा होगी।

नेपाल में राहतकार्य के समर्थन के लिए चीन सरकार ने नेपाल सरकार को 2 करोड़ युआन मूल्य वाली आपात राहत सहायता सामग्री देने का फैसला किया, जिसमें तंबू, कंबल, बिजली जेनरेटर आदि शामिल हैं। वहीं चीनी अंतरराषट्रीय राहत दल 26 अप्रैल को काठमांडू पहुंचे। चार घंटों की मश्क्कत के बाद एक 16 वर्षीय लड़के को मलबे में से जिंदा बाहर निकाला। 27 अप्रैल की सुबह 58 लोगों से गठित चीनी चिकित्सीय दल दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत की राजधानी छङतू से नेपाल के लिए रवाना हुए।

गौरतलब है कि भूकंप का असर भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत कुछ अन्य क्षेत्रों में भी हुआ जहां मृतकों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। भारतीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भूकंप से भारत में कम से कम 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई हैं। बिहार की स्थिति सबसे गंभीर बतायी जा रही है, जहां मरने वालों की संख्या 51 तक पहुंच गई और 200 से अधिक लोग घायल हुए। भारतीय सेना ने उत्तरी क्षेत्र में राहत कार्य के लिए दस से अधिक सैन्य हैलिकाप्टर भेजे। भारत सरकार ने 450 से अधिक सैनिक भेजे, जो जमीन पर राहत कार्य में जुटे हुए हैं।

(श्याओ थांग)


1 2 3 4 5 6
आप  की  राय  लिखें
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040