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छोयंग चीन के मिंग राजवंश के मशहूर चित्रकार थे ( वर्ष 1493--1560) , जो शफु और शिचो नाम से भी प्रसिद्ध थे । वह चांगसू प्रांत के थाईछांग शहर के निवासी थे । पहले वह लाख शिल्प का काम करते थे , उस ने तत्कालीन मशहूर चित्रकार चो छन से चित्रकला सीखी , जो नद गिरी जैसे प्राकृतिक दृश्यों , मानव आकृतियों तथा सुन्दरियों के चित्र बनाने में पारगंत थे ।
छोयंग का मशहूर चित्र थाओयुन अमन भूमि नीले हरे रंग के रेशमी कपड़े पर बनाया गया था , जिस में जग संसार से दूर अलग अज्ञात अमन भूमि में लोगों के जीवन और प्राकृतिक पर्यावरण का चित्रण किया गया , चित्र में दूर दूर पहाड़ों का सिलसिला फैला दिखाई देता है , पहाड़ी घाटियों में झरनें और नदियां बहती हुई गुजरती हैं , पहाड़ी वादियों में कोहरा और बादल छाया रहा , दूर नजदीक मंदिर और मंडल कोहरों से झांकते हैं , नजदीक पर नदी का पानी कल कल बहता है , लकड़ी का पुल खड़ा नजर आ रहा है , हरेभरे देवदार पेड़ और चीड़ के वृक्ष शान में खड़े हैं , जो खासा सुन्दर प्राकृतिक दृश्य दर्शा करता है । यह प्राचीन चीनी कवियों के मन में काल्पनिक देव लोक सरीखा अमन भूमि है , जिस में लोग युद्ध दंगा से नजात बड़ी शांति और मेलमिलाप के साथ रहते हैं । छोयंग के इस चित्र में बारीकी से प्राकृतिक दृश्य और मानव आकृति रेखांत किए गए हैं , चारों ओर के दृश्यों के सजिव चित्रण से मानव आकृति स्पष्ट रूप से दिखायी गई और प्राकृतिक सौंदर्यों और मानव तस्वीरों के चित्रण में चित्रकार छोयंग की कलात्मक मोहन शक्ति अभिव्यक्त हो गई है ।
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