लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का नजरिया शांति, एकता और सद्भाव का है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से पहले भारत छोड़ो का नारा दिया गया था और आज का नारा भारत जोड़ो का है। उन्होंने कहा कि नए भारत के लिए "चलता है" का दृष्टिकोण छोड़ना होगा और इसके बदले "बदल सकता है" का सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा।
मोदी ने भारत प्रशासित कश्मीर पर कहा कि गाली और गोली से समस्या नहीं सुलझेगी। समस्या का हल सिर्फ गले लगाकर किया जा सकता है। उन्होंने देशवासियों से कश्मीर का खोया हुआ स्वर्ग फिर से खोजने के लिए कहा।
उन्होंने मुस्लिम महिलाओं की तीन तलाक के खिलाफ मुहिम का समर्थन करते हुए कहा कि पूरा देश उन्हें यह अधिकार दिलाने के इस प्रयास में उनके साथ है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक के कारण महिलाओं को दुखद जीवन जीना पड़ रहा है।
मोदी ने गौ रक्षकों से कहा कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि अलगाववाद और आंतकवाद के खिलाफ प्रत्येक भारतीय को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।
जय प्रकाश