रैली में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों में घाना, इथियोपिया, जिम्बाब्वे, पापुआ न्यू गिनी, रवांडा और इक्वेटोरियल गिनी आदि देशों के छात्र भी शामिल थे । उन्होंने युद्ध से जन्म भारी जान-माल के नुकसान को याद करते हुए शांति की रक्षा करने की संकल्प जताया । जापानी प्रतिनिधियों ने भी कहा कि जवानों में युद्ध विरोधी भावना का प्रसार करने का महत्व है । और जापान को भी आक्रमणकारी युद्ध छेड़ने की अपनी जिम्मेदारी का आत्मनिरीक्षण करना चाहिये ।
एक पाकिस्तानी छात्र ने भी कहा कि शांति रक्षा का प्रयास करना चाहिये और विश्व भर के जवानों को अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारी उठानी होगी ।
( हूमिन )