हाल ही में अमेरिका और उत्तर कोरिया के कड़े रुख से पूरी दुनिया चिंतित है। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने 9 अगस्त को कहा कि इससे कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु मुद्दा नाटकीय रूप से बदलने का कोई संकेत नहीं है।
टिलरसन ने कहा कि हालांकि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच सख्त लहजे में प्रतिक्रियाएं दी जा रही हैं। लेकिन अमेरिका का उत्तर कोरिया के खिलाफ़ हमला बोलने का मतलब नहीं है।
विश्लेषकों का मानना है कि टिलरसन द्वारा हाल ही में पेश रुख शांतिपूर्ण वार्ता की सड़क पर चलने के लिए है। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कड़े रुख से जाहिर है कि अमेरिकी सरकार के भीतर ही उत्तर कोरिया के प्रति मतभेद मौजूद है।
(नीलम)