बांग्लादेश में बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं। इसके साथ ही इन योजनाओं से लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के सरकारी प्रयासों को सहयोग मिलता है। एशियाई विकास बैंक यानी एडीबी के मूल्यांकन में इस बात का खुलासा हुआ है।
मनिला के नेताओं का मूल्यांकन बताता है कि महिला या पुरुषों को बेहतर आजीविका के अवसर अपने आप नहीं मिले हैं। पिछले दशक में बांग्लादेश में नई सड़कों के निर्माण, विद्युतीकरण, पानी की सप्लाई में सुधार में मुख्य रूप से एडीबी का सहयोग रहा है।
एडीबी में स्वतंत्र मूल्यांकन महानिदेशक मारविन टेलर कहते हैं कि निश्चित तौर पर बुनियादी ढांचे के निर्माण में महिलाओं को शामिल किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं इन योजनाओं में महिलाओं को निर्णय लेने की भूमिका में शामिल करने की ज़रूरत भी है। उन्हें आर्थिक योजनाओं में भागीदार बनाने से लैंगिक असमानता कम होगी जो बांग्लादेश में अभी ऊंची है।
एडीबी का स्वतंत्र मूल्यांकन विभाग बताता है कि 2005 से 2015 तक बांग्लादेशी अभियान के दौरान लैंगिक समानता के लिए भी सहयोग किया गया। इस अवधि में देश में एडीबी की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में नौ अरब डॉलर की वृद्धि देखी गई।
(जय प्रकाश)