17 जुलाई को भारत के सांसदों व विधायकों ने देश का अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान किया । चुनाव का परीणाम 20 जुलाई को घोषित किया जाएगा । चुनाव की वोट दर 99 प्रतिशत तक रही जो एक नया रिकार्ड साबित हुआ ।
इस राष्ट्रपति चुनाव में कुल 95 उम्मीदवार पंजीकृत हुए । यह लड़ाई मूल रूप से भाजपा समर्थक, बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद तथा लोक सभा की पूर्वाध्यक्ष मीरा कुमार के बीच है। स्थानीय अख़बार के अनुसार रामनाथ कोविंद को 70 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है । क्योंकि भाजपा और इसके समर्थक दलों को सांसदों व विधायकों का समर्थन प्राप्त है ।
यह भी चर्चित है कि इस चुनाव के दो प्रमुख उम्मीदवार सब दलित श्रेणी के हैं । वर्ष 1997 में के. आर. नारायण भारतीय इतिहास में प्रथम दलित राष्ट्रपति बने थे । अब वर्तमान चुनाव से भारत का दूसरा दलित राष्ट्रपति बनने जा रहा है ।
( हूमिन )