इस्तांबुल में आयोजित 22वीं विश्व तेल महासभा में भाग ले रहे अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के कार्यकारी निदेशक फ़ातिह बिरोल ने 11 जुलाई को कहा कि ऊर्जा के अध्ययन व विकास क्षेत्र में अग्रणी देश के रूप में चीन ने इंफ्लेमेशनल आइस के परीक्षात्मक दोहन के द्वारा फिर एक बार अपनी नेतृत्व क्षमता को दिखाया है।
बिरोल ने कहा कि चीन पवन ऊर्जा, सौ ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा, तथा ऊर्जा दक्षता की उन्नति आदि पक्षों में विश्व की अग्रिम पंक्ति में रहा। वर्तमान में विश्व में प्राकृतिक गैस उद्योग का सुधार किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा गैर परंपरागत प्राकृतिक गैस पैदा हुआ। उदाहरण के लिये अमेरिका द्वारा विकसित शेल गैस, ऑस्ट्रेलिया द्वारा विकसित कोयला बेड मीथेन, और चीन व जापान द्वारा इंफ्लेमेशनल आइस का परीक्षात्मक दोहन आदि।
चंद्रिमा