अमेरिका के राष्ट्रपति, जापान के प्रधानमंत्री और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने 6 जुलाई को हैम्बर्ग में कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु सवाल पर संयुक्त वकतव्य जारी कर उत्तर कोरिया द्वारा 4 जुलाई को बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किये जाने की कड़ी निन्दा की ।
वक्तव्य के मुताबिक उत्तर कोरिया का मिसाइल परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन है और इससे इन तीनों देशों तथा दूसरे देशों के खिलाफ गंभीर चुनौती साबित होती है । तीनों देशों के नेताओं ने कोरिया प्रायद्वीप की परमाणु मुक्ति संपन्न कराने का लक्ष्य दोहराया और कहा कि वे प्रायद्वीप के परमाणु मुक्ति पर वार्ता की बहाली के लिए उत्तर कोरिया पर दबाव बनाएंगे ।
वक्तव्य में कहा गया कि तीनों देशों के नेता सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंध प्रस्ताव पारित करने का आग्रह करेंगे । साथ ही उत्तर कोरिया के किसी भी खतरे के मुकाबले में अमेरिका, जापान व दक्षिण कोरिया सुरक्षा सहयोग को आगे मजबूत किया जाएगा ।
रिपोर्ट है कि उत्तर कोरिया ने 4 जुलाई को अपने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्ण परीक्षण किया ।
( हूमिन )