चीनी प्रधान मंत्री ली ख छ्यांग ने 14 नवंबर को नेप्यिडो में म्यांमार के राष्ट्रपति उ हेन सेन से भेंट की। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के चौतरफा रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने पर विचार विमर्श किया और व्यापक सहमतियां बनाईं।
ली ख छ्य़ांग ने बताया कि चीन म्यांमार का अपनी राष्ट्रीय स्थिति से मेल खाने वाले रास्ते पर चलने का डटकर समर्थन करता है। चीन म्यांमार के साथ चौतरफा रणनीतिक सहयोग बढ़ाना चाहता है। दोनों देशों को हमेशा अच्छे पड़ोसी, अच्छे मित्र और अच्छे साझेदार बनकर रहना चाहिए।
ली ख छ्यांग ने कहा कि रणनीतिक संपर्क और पारस्परिक विश्वास बढ़ाने के साथ दोनों पक्षों को बड़ी परियोजाओं का सहयोग चलाना चाहिए। चीन सरकार चीनी उद्यमों का म्यांमार के आधारभूत ढांचे के निर्माण में भाग लेने का समर्थन करती है ताकि अधिकाधिक स्थानीय जनता को चीन-म्यांमार सहयोग से लाभ मिले। दोनों पक्षों को ऊर्जा, कृषि और वित्तीय सहयोग मजबूत बनाना चाहिए। चीन म्यांगार के साथ बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक गलियारे के निर्माण के लिये तैयार है।
उ हेन सेन ने बातचीत में कहा कि म्यांमार चीन के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है और बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक गलियारे ,रेशम मार्ग आर्थिक पट्टी, नये समुद्री रेशम मार्ग और एशियाई आधारभूत ढांचा निवेश बैंक के निर्माण में सक्रियता से भाग लेगा। म्यांमार चीन के साथ बड़ी परियोजनाओं पर सहयोग करने के लिये उत्सुक है।
भेंट के बाद दोनों पक्षों ने व्यापार, अर्थव्यवस्था, कृषि, वित्त और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों के सहयोग के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये।