रूस के राष्ट्रपति श्री मेदवेदेव ने 6 सितंबर को कहा कि दक्षिण ओसेटिआ के मामले के कारण रूस को नई राजनयिक रणनीति बनाना होगा ।
श्री मेदवेदेव ने राज्य समिति के अध्यक्ष मंडल की सभा में कहा कि रूस अपने देश की सुरक्षा आगे बढाने के सवाल पर विचार करेगा, सैनिक संरजाम व अनाज उद्योग का विकास जारी रखेगा, अवश्यक समय पर अतिक्रमण की रोकथाम का कदम उठाएगा। लेकिन उन्होंने इस पर जोर देते हुए कहा कि रूस शत्रुता करना नहीं चाहता और अंतर्राष्ट्रीय कानून के सिद्घांत के आधार पर अन्य देशों के साथ समानता, आपस लाभ वाले अच्छे पड़ोसियों जैसे मैत्रीपूर्ण संबंध का विकास करेगा।
उसी दिन रूस के प्रधानमंत्री श्री पुटिन ने कहा कि युरोप के देश रूस के संसाधनों पर बहुत निर्भर करते हैं। रूस व पश्चिमी देशों के बीच का संबंध दक्षिण ओसेटिआ मुठभेड़ के कारण ठंडा नहीं हो सकता है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस के विदेशमंत्री श्री कुजनेर ने उसी दिन कहा कि युरोपीय संघ ने रूस के साथ दीर्घकालीन राजनीतिक बातचीत करने की आशा प्रकट की। वर्तमान में कुंजीमूत सवाल है कि रूस फायरबंदी समझोते का पालन करके आब्खाजिया व दक्षिण ओसेटिआ से अपनी सेना हटाएगा। उन्होंने कहा कि युरोपीय संघ की आशा है कि रूसी सेना के हटने के निरीक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे।
रूसी विदेशमंत्री श्री लावरोव ने उसी दिन कहा कि सबसे पहले स्वतंत्र देशों के समुदाय के सामूहिक सुरक्षा समझौते संगठन के सभी सदस्य आब्खाजिया व दक्षिण ओसेटिआ को स्वीकार करेंगे, इस के बाद वे इस संगठन में प्रवेश कर सकेंगे। (वनिता)
|