तिब्बत की परम्परागत संस्कृति के संरक्षण व विकास के लिए तिब्बती संस्कृति चीनी राष्ट्र के सांस्कृतिक खजाने में एक मूल्यवान धरोहर ही नहीं, बल्कि मानव जाति की सभ्यता के इतिहास में एक अनुठा फुल भी मानी जाती है । इधर के वर्षों में चीन के केन्द्रीय नेतृत्व और सरकार ने तिब्बती संस्कृति के संरक्षण व विकास को भारी महत्व दिया और सिलसिलेवार कदम भी उठाए ।
भारतीय पत्रकार ने कहा कि तिब्बत का अब कायापलट हो गया 78 वर्षीय हरिश चंद्र चंदोला एक स्वतंत्र भारतीय पत्रकार हैं । गत वर्ष उन्होंने चीनी तिब्बती संस्कृति मंच के एक प्रतिनिधि के रूप में छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के जरिए तिब्बत का निरीक्षण दौरा किया । श्री चंदोला ने कहा कि उन्हों ने तिब्बत को अपनी आंखों से देखा और तिब्बत के प्रति चीन सरकार का समर्थन महसूस किया ।